विश्वास
एक गाँव में सूखा था,थी हुई नहीं बरसात
वरुण देव की पूजा करने ,आये मिल सब साथ
एक बालक आया पूजन को ,रख कर छतरी पास
होगा पूजन सफल ,उसी को था मन में विश्वास
'घोटू '
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रणभेरी
*डॉ. सुरंगमा यादव *
पल में क्या से क्या हो गया, समझ नहीं ये कुछ आया
खुशी रुदन में बदल गई थी, खूनी मंजर था छाया।
अभी सजा सिंदूर माँग में, ...
15 घंटे पहले
कमाल का आशा संचार । छोटी सी गागर में सागर ।
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