पते की बात
खुश रखो
कम से कम दो आदमी को ,
करो कोशिश ,खुश रखो तुम
दूसरा कोई भी हो पर,
मगर उनमे एक हो तुम
घोटू
उस सन्नाटे के पीछे तब
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उस सन्नाटे के पीछे तबजहाँ शब्द साथ न देते हों जब सूना-सूना अंबर हो, घन का
कतरा भी नहीं एक जो ढक लेता है सूरज को !उस ख़ालीपन को जो भर दें भावों का
भी अभा...
5 घंटे पहले
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