मौसमी मिठाइयां
बारह महीने रसगुल्लों के ,हर दिन काजू की कतली का
आनंद कलाकंद का हरदम ,हर मौसम होता रबड़ी का
लगते गुलाब जामुन प्यारे ,हो सर्दी गर्मी ,कुछ मौसम
और गरम जलेबी का जलवा , मुख में रस भरता है हरदम
मौसम कुछ ख़ास मिठाई का ,होता कुछ ख़ास महीनो में
ज्यों घेवर ,तेवर दिखलाता ,सावन भादौ के महीनो में
सर्दी में 'पिन्नी ' मतवाली ,गाजर का गरम गरम हलवा
और तिल की गजक रेवड़ी भी ,सर्दी में दिखलाती जलवा
हो गरम दूध ,उसमे फेनी ,सर्दी का ब्रेकफास्ट सुंदर
ठंडी कुल्फी ,आइसक्रीम ,कम करती गर्मी के तेवर
है सदाबहार समोसे जी ,इनका ना घटता आकर्षण
और चाय और पकोड़ों का ,तो हरदम ही रहता मौसम
मदन मोहन बाहेती;घोटू '
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