बीबी आगे कौन टिका है ?
टिक टिक कितना कहती घड़ियाँ ,
किन्तु समय क्या कभी टिका है
कोई कभी भी बदल न पाया ,
जो कि भाग्य में गया लिखा है
अच्छे दिन हो या कि बुरे दिन,
सबके ही जीवन में आते ,
गिर गिर उठना और संभलना ,
सब कुछ देता वक़्त सिखा है
एक दिन की छुट्टी ले लेता,
चतुर चन्द्रमा अम्मावस को ,
पर सूरज ड्यूटी का पक्का ,
छुट्टी लेते नहीं दिखा है
कोई कितना तीसमारखां ,
बने , दबदबा हो दफ्तर में,
पर भीगी बिल्ली है घर में ,
बीबी आगे कौन टिका है ?
घोटू
टिक टिक कितना कहती घड़ियाँ ,
किन्तु समय क्या कभी टिका है
कोई कभी भी बदल न पाया ,
जो कि भाग्य में गया लिखा है
अच्छे दिन हो या कि बुरे दिन,
सबके ही जीवन में आते ,
गिर गिर उठना और संभलना ,
सब कुछ देता वक़्त सिखा है
एक दिन की छुट्टी ले लेता,
चतुर चन्द्रमा अम्मावस को ,
पर सूरज ड्यूटी का पक्का ,
छुट्टी लेते नहीं दिखा है
कोई कितना तीसमारखां ,
बने , दबदबा हो दफ्तर में,
पर भीगी बिल्ली है घर में ,
बीबी आगे कौन टिका है ?
घोटू
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