माँ बाप और बेटा
मेरा बेटा,
जब नर्सरी स्कूल में पढता था
तो जो उसकी मिस कहती थी ,
उसी को सच जानता था
माँ बाप कुछ भी कहे,
उनकी बात नहीं मानता था
और अब जब उसकी शादी हो चुकी है,
उसमे कुछ ज्यादा बदलाव नहीं आया है
अब मिस नहीं,
उसकी मिसेस जो भी कहती है,
उसी को सच जानता है
माँ बाप कुछ भी कहे,
उनकी बात नहीं मानता है
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
सहनशीलता का प्रकाश... संध्या शर्मा
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जब शरीर की थकी लकीरें
आत्मा को घेर लेती हैं
और मन के कोलाहल में
एक सन्नाटा छा जाता है।
तब भीतर के मंदिर में
खड़ी होती आत्मा विनीत
उस निराका...
5 घंटे पहले
कल मिस का था
जवाब देंहटाएंआज है मिसेज का
कुछ भी असर न हुआ
बेटे पर एज का.