माँ बाप और बेटा
मेरा बेटा,
जब नर्सरी स्कूल में पढता था
तो जो उसकी मिस कहती थी ,
उसी को सच जानता था
माँ बाप कुछ भी कहे,
उनकी बात नहीं मानता था
और अब जब उसकी शादी हो चुकी है,
उसमे कुछ ज्यादा बदलाव नहीं आया है
अब मिस नहीं,
उसकी मिसेस जो भी कहती है,
उसी को सच जानता है
माँ बाप कुछ भी कहे,
उनकी बात नहीं मानता है
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
तटस्थता अस्तु
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तटस्थता क्या है ?
कहीं बुद्धिमानी
कहीं है स्वार्थ
कहीं चालाकी
कहीं परमार्थ
कहीं निष्क्रिय
कहीं उदासीन
कहीं कुटिल
कहीं पदासीन
कहीं समझौता
कही...
9 घंटे पहले
कल मिस का था
जवाब देंहटाएंआज है मिसेज का
कुछ भी असर न हुआ
बेटे पर एज का.