पसीना बहाना
कितनी नाइंसाफी है
गरीब मेहनत कर पसीना बहाता है,
और अमीर को पसीना बहाने के लिए,
'सोना बाथ'लेना काफी है
बस इतना अंतर है
गरीब जब पसीना बहाता है,
चार पैसे कमाता है
और अमीर पसीना बहाने के लिये,
चार आने लगाता है
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
पहलगाम में आतंक
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पहलगाम में आतंक कातर असीम दुख सेहर भारतीय का ह्रदयउबल रहा हर मन क्रोध और
बेबसी से देख आतंक का ऐसा भयावह रूप नम हैं करोड़ों आँखें कानों में
गूँजती चीख-प...
13 घंटे पहले
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