मनमोहन उचाव
कई दिनों से,हमारी छवि ,
बड़ी मैली हो रही थी
हमारी सरकार,
कई आरोपों का बोझा ढो रही थी
हमें अपनी छवि का करना था,
स्वच्छ और साफ़ आलांकन
इसलिए हमने सस्ते में करदिया,
कोल ब्लोक का आबंटन
क्योंकि एक्टिवेटेड कार्बन,
पानी कि अशुद्धियों को ,
साफ़ कर पीने लायक बनाता है
और कोयला भी कार्बन का एक स्वरूप कहाता है
ये सच है ,माल थोडा सस्ते में बिका
पर लोगों को हमारे इस शुध्धिकरण प्रयास में भी,
घोटाला दिखा
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
भेद न उसका जाना जाता
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भेद न उसका जाना जातालगता है ख़ुद नाच रहे हैं पर सब यहाँ नचाये जाते, भ्रम ही
है सब बोल रहे हैं कोई बुलवाता भीतर से ! शब्द निकलते अनचाहे हीअनजाने ही भाव
उमड...
2 घंटे पहले
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