कल के लिये
आस है कल अगर फल की ,आज पौधे रोंपने है
विरासत के वजीफे,नव पीढ़ियों को सौंपने है
मार कर के कुंडली ,कब तलक बैठे तुम रहोगे
सभी सत्ता ,सम्पदा,सुख को समेटे तुम रहोगे
थक गये हो,पक गये हो,हो गये बेहाल से तुम
टपक सकते हो कभी भी,टूट करके डाल से तुम
छोड़ दो ये सभी बंधन, मोह, माया में भटकना
एक दिन तस्वीर बन,दीवार पर तुमको लटकना
वानप्रस्थी इस उमर में,भूल जाओ कामनायें
प्यार सब जी भर लुटा दो,बाँट दो सदभावनाएँ
याद रख्खे पीढियां,कुछ काम एसा कर दिखाओ
कमाई कर ली बहुत , अब नाम तुम अपना कमाओ
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
दूसरी पत्नी अनुकम्पा नियुक्ति की हकदार -पंजाब एन्ड हरियाणा हाई कोर्ट
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*संक्षेप में-*
*दूसरी पत्नी अनुकम्पा नियुक्ति की हक़दार*
*Shalini kaushik law classes*
वर्तमान मामले में बिजली विभाग के लाइनमैन की दो शादियां हुई...
1 दिन पहले
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