शिकायत
बड़ी बड़ी दावतों में जाना
और जम कर पीना,खाना
तरह तरह के पकवानों का,
लेते लेते स्वाद
आदमी इतना डट कर खा लेता है,
कि खाने पीने के बाद
डकारें लेता है,पेट सहलाता है
घर आते ही बिस्तर पर,
गिरता ,सो जाता है
ये सच है,दावत खाने के बाद,
आदमी किसी भी काम का नहीं रह जाता है
मदन मोहन बहेती'घोटू'
खो गये वे शब्द सारे
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खो गये वे शब्द सारे खो गये वे शब्द सारे नाव हम जिनकी बनाकर पहुँच जाते थे
किनारे !अब यहाँ लहरें व हम हैं डूबने में कहाँ ग़म है, छू लिया जिसने तली
को सतह हो...
22 घंटे पहले