घोटू के पद
शिवरात्रि व्रत
मैंने शिवरात्रि व्रत राख्यो
सुबह चाय के संग बिस्कुट ना,ड्राई फ्रूट ही चाख्यो
फलाहार में भोग लगायो,रबड़ी और हलवा को
संग कुट्टू की तली पूरियां,और आलू टिकिया को
शाम करयो सेवन बस पेड़ा ,मावे की गुझिया को
सिर्फ चाय पी या फल को रस,बाकी दिन भर फांको
फ्रूट क्रीम,श्रीखंड रात में ,मन पर काबू राख्यो
और रात को दूध पियो बस ,केसर और पिस्ता को
'घोटू'बहुत कठिन व्रत करना ,खायो बहुत ज़रा सो
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
उस सन्नाटे के पीछे तब
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उस सन्नाटे के पीछे तबजहाँ शब्द साथ न देते हों जब सूना-सूना अंबर हो, घन का
कतरा भी नहीं एक जो ढक लेता है सूरज को !उस ख़ालीपन को जो भर दें भावों का
भी अभा...
4 घंटे पहले
सुन्दर प्रस्तुति .पोस्ट दिल को छू गयी.कितने खुबसूरत जज्बात .बहुत खूब,
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