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अपना सा दर्द
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अपना सा दर्द फिर वही झूला, वही ढलती हुई शाम हैकई दिनों बाद मिली दिल को
फुर्सत, आया आराम हैआसमां चुप है सलेटी सी चादर ओढ़ेपेड़ खामोश है, हवा भी बंद,
नहीं कोई ...
1 घंटे पहले
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