जीवन डगर
जीवन की डगर, है नहीं सरल, मुश्किल आती कैसी कैसी
तुम में यदि हिम्मत, जज्बा है ,हर मुश्किल की एैसी तैसी
जो हार हौसला जाते हैं ,और डर जाते बाधाओं से
जो कंकर ,पत्थर, कांटों को ,पाते ना हटा निज राहों से
उनको मंजिल ना मिल पाती, रहती हालत वैसी वैसी
तुममें यदि हिम्मत ,जज्बा है ,हर मुश्किल की ऐसी तैसी
होते हो अगर अग्रसर तुम ,जीवन में प्रगति के पथ पर
दस दुश्मन नजर गढाएं हैं ,रखना होता पग संभल संभल
तुमको सबसे टकराना है ,छाती हो फौलादी जैसी
तुमने यदि हिम्मत ,जज्बा है ,हर मुश्किल की ऐसी तैसी
मदन मोहन बाहेती घोटू
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