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सोमवार, 26 जुलाई 2021

बस दो मीठे बोल बोल दो

मैं लूखी रोटी खा लूंगा, मत खिलाओ तुम पूरी तलवां
 भले जलेबी ना खाने दो ,ना खिलाओ गाजर का हलवा 
मीठा खाने की पाबंदी, डायबिटीज में लगा रखी है
कई दिनों से मैंने टुकड़ा ,भर मिठाई भी नहीं चखीहै किंतु प्यार पर लगा रखी है, जो पाबंदी उसे खोल दो
 प्यार भरे और मीठे मीठे, मुंह से बस दो बोल बोल दो 

एक नजर जो भरी प्यार से मुझ पर डाल अगर तुम दोगी 
थोड़ी सी राहत पा लेगा ,यह बीमार,तड़पता रोगी   
मिश्री सी मुस्कान तुम्हारी, कुछ उसका मीठा पन दे दो 
भरे चासनी वाले मुख से ,एक मीठा सा चुंबन दे दो 
छूट जरा सी तो दे दो ,मत इतना ज्यादा कंट्रोल दो 
 प्यार भरे और मीठे मीठे,मुंह से बस दो बोल ,बोल दो
 
 डॉक्टर ने जो भी लगाया है उनमें कोई पथ्य न छूटे 
 ना तो लागे हींग फिटकरी , सांप मरे, लाठी  ना टूटे
अपनी काजू की कतली से,कोमल कर से बस सहला दो 
रसगुल्ले जैसे अधरों से कुछ रस टपका ,मन बहला दो  
डाल शरबती नजरें मुझ पर ,मुंह में मिश्री मेरे घोल दो 
प्यार भरे और मीठे मीठे, मुंह से बस दो बोल, बोल दो

मदन मोहन बाहेती घोटू

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