नज़ाकत या आफत
कहा हमने तुम्हारे हाथ,कोमल और नाजुक है ,
करोगे काम घर का तो,नज़ाकत भाग जायेगी
उन्हें मेंहदी लगाकर के,सजाकर के ही तुम रखना,
नहीं तो कमल जैसी पंखुड़ियां ,कुम्हला न जाएगी
कहा उनने ,नजाकत ना ,इन हाथों में बड़ा दम है,
ज़रा छू के तो देखो तुम,पसीने छूट जाएंगे ,
पड़ेंगे गाल पर तो मुंह तुम्हारा लाल कर देंगे,
उँगलियाँ पाँचों की पांचो ,उभर गालों पे आएंगी
घोटू
कहा हमने तुम्हारे हाथ,कोमल और नाजुक है ,
करोगे काम घर का तो,नज़ाकत भाग जायेगी
उन्हें मेंहदी लगाकर के,सजाकर के ही तुम रखना,
नहीं तो कमल जैसी पंखुड़ियां ,कुम्हला न जाएगी
कहा उनने ,नजाकत ना ,इन हाथों में बड़ा दम है,
ज़रा छू के तो देखो तुम,पसीने छूट जाएंगे ,
पड़ेंगे गाल पर तो मुंह तुम्हारा लाल कर देंगे,
उँगलियाँ पाँचों की पांचो ,उभर गालों पे आएंगी
घोटू
सुन्दर व सार्थक प्रस्तुति..
जवाब देंहटाएंशुभकामनाएँ।
मेरे ब्लॉग पर आपका स्वागत है।