785. सपने जो मेरे हैं (5 माहिया)
-
सपने जो मेरे हैं
***
1.
सपने मेरे
***
सपने जो मेरे हैं
ख़्वाबों में पलते
होते ना पूरे हैं।
2.
अपने जब रूठे
***
सब अपने जब रूठे
जितने सपने थे
वे...
9 घंटे पहले
सटीक है भाई जी ||
जवाब देंहटाएंआभार ||
darindon ki umra badi lambi hoti hai .....ik darinda marta hai to kai paida ho jaate hain ...bahut acchi rachna ....
जवाब देंहटाएंआक्रोशपूर्ण रचना..
हटाएं