निर्मल बुद्ध चेतना लेकर
-
निर्मल बुद्ध चेतना लेकरएक समन्दर विमल शांति काएक बगीचा ज्यों पुष्पों का,एक
अनंत गगन सम विस्तृतमौन एक पसरा मीलों का !दिवस अवतरण का पावन हैबरसों पूर्व
धरा पर...
14 घंटे पहले
सटीक है भाई जी ||
जवाब देंहटाएंआभार ||
darindon ki umra badi lambi hoti hai .....ik darinda marta hai to kai paida ho jaate hain ...bahut acchi rachna ....
जवाब देंहटाएंआक्रोशपूर्ण रचना..
हटाएं