बुढापा -खटारा कार
इस तरह है जिंदगी ,अपनी खटारा हो गयी ,
कार भी है पुरानी और बैटरी में नहीं दम
पूरी बॉडी खड़खड़ाती ,चलती जब स्पीड से,
थोड़ी भी चढ़ती चढ़ाई,होता है इंजिन गरम
गीयर ढीले,घिसा इंजिन ,स्टीयरिंग भी लूज है,
ट्यूब पंक्चर से भरी है,घिस गए टायर सभी
जब तलक है चल रही ,चलती रहे ,किसको पता ,
किस जगह ,किस मोड़ पर,रुक जाए ये गाडी कभी
घोटू
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