माँ बाप और बेटा
मेरा बेटा,
जब नर्सरी स्कूल में पढता था
तो जो उसकी मिस कहती थी ,
उसी को सच जानता था
माँ बाप कुछ भी कहे,
उनकी बात नहीं मानता था
और अब जब उसकी शादी हो चुकी है,
उसमे कुछ ज्यादा बदलाव नहीं आया है
अब मिस नहीं,
उसकी मिसेस जो भी कहती है,
उसी को सच जानता है
माँ बाप कुछ भी कहे,
उनकी बात नहीं मानता है
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
निर्मल बुद्ध चेतना लेकर
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निर्मल बुद्ध चेतना लेकरएक समन्दर विमल शांति काएक बगीचा ज्यों पुष्पों का,एक
अनंत गगन सम विस्तृतमौन एक पसरा मीलों का !दिवस अवतरण का पावन हैबरसों पूर्व
धरा पर...
12 घंटे पहले
कल मिस का था
जवाब देंहटाएंआज है मिसेज का
कुछ भी असर न हुआ
बेटे पर एज का.