अतुल सुनीता परिणय उत्सव पर
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अतुल सुनीता व्याह को, बीते पैंतीस साल
जोड़ी है अति सुहानी ,सबसे मृदु व्यवहार
सबसे मृदु व्यवहार ,लुटाते प्रेम सभी पर
सबसे हंस कर मिलते, देते खुशियां जी भर
इनके अपनेपन ने सबका हृदय छुआ है
जियें सैकड़ों साल, हमारी यही दुआ है
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कार्यकुशल कर्मठ अतुल ,मनमौजी है मस्त सुनीता है ग्रहणी कुशल ,गुण से भरी समस्त
गुण से भरी समस्त ,धार्मिक संस्कार है
पूरे परिवार का इनको सदा ख्याल है
कार्तिकेय है पुत्र, शिवांगी प्यारी बिटिया
ईश्वर दे इन सब को दुनिया भर की खुशियां
मदन मोहन बाहेती घोटू
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