प्रेम संकेत
तूने अपनी नजर झुका ली
छाई कपोलों पर भी लाली
बादल यह संकेत दे रहे ,
अब बारिश है होने वाली
हल्की पवन, मंद मुस्काए
आंख गुलाबी डोरे, छाये
ढलक गया सीने से आंचल,
लाज शर्म कुछ भी ना आए
अंग अंग पर रंग चढ़ा है ,
हुई बावली ,तू मतवाली
बादल यह संकेत दे रहे
अब बारिश है होने वाली
बढ़ी हुई है दिल की धड़कन
हुआ मिलन को आतुर है मन
सोंधी सोंधी खुशबू तन की ,
मौन,दे रही है आमंत्रण
तन का रोम-रोम आनंदित,
मन मस्ती ना जाए संभाली
बादल यह संकेत दे रहे ,
अब बारिश है होने वाली
मदन मोहन बाहेती घोटू
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