कर्म करो
जो होना है ,वह है होता
करो नहीं तुम ,यह समझौता
तुम तकदीर बदल सकते हो ,
भाग्य जगा सकते हो सोता
सिर्फ भाग्य का रोना रोकर ,
अगर कर्म करना छोड़ोगे
बिन प्रयास के आस करोगे
तो अपना ही सर फाेड़ोगे
सच्ची मेहनत और लगन से ,
अगर प्रयास किया है जाता
बाधाएं सारी हट जाती
ना मुमकिन ,मुमकिन हो जाता
उसको कुछ भी ना मिल पाता,
भाग्य भरोसे जो है सोता
जो होना है ,वह है होता
करो नहीं ,तुम यह समझौता
सच्चे दिल से कर्म करोगे,
तुम्हें मिलेगा फल निश्चय ही
मेहनत करके जीत मिलेगी
आज नहीं तो कल निश्चय ही
रखो आत्मविश्वास ,सफलता ,
तब चूमेगी चरण तुम्हारे
वो ही सदा जीत पाते हैं ,
कभी नहीं जो हिम्मत हारे
निश्चय उसे विजय श्री मिलती
कभी नहीं जो धीरज खोता
जो होना है ,वह है होता
करो नहीं तुम यह समझौता
मदन मोहन बाहेती घोटू
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