घोटू के पद
साधो, मान बात निज मन की
वही करो जिसको मन माने और लगे जो ढंग की साधो,मान बात निज मन की
बहुत सलाहे देने वाले ,मिल जाएंगे तुमको
लेकिन तुम्हें परखना होगा गुण को और अवगुण को
कई बार मन और मस्तक में ,होगी खींचातानी
पर जो सोच समझ निर्णय लें, वह है सच्चा ज्ञानी
भाव वेग में बहने देते ,हैं जो अपनी नैया
कभी भंवर में फंस जाते तो मिलता नहीं खिवैया
सद्बुद्धि ही पार कराती है नदिया जीवन की
साधो,मान बात निज मन की
घोटू
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