1416-दीक्षांत समारोह : आडंबर का अंत
-
*विजय जोशी*
*पूर्व ग्रुप महाप्रबंधक, भेल *
* शिक्षा एक तपस्या है। साध्य है, साधन नहीं। इसे पूरे मन से समर्पण के
साथ जीने का मानस ही मस्तिष्क क...
9 घंटे पहले
आपको बहुत बहुत बधाई --
जवाब देंहटाएंइस जबरदस्त प्रस्तुति पर ||
आधु-निकता धूनती, धिन-धिन धुन-धुन गीत,
जवाब देंहटाएंधूम-धडाका बज रहा, कान फोड़ संगीत |
कान फोड़ संगीत, मिटाता असली खुश्बू ,
चंडू पीकर मस्त, तोड़ता जाए बम्बू
कर भारत अफ़सोस, नहीं दो दिन भी टिकता,
लोकगीत को बेंच, खरीदते आधुनिकता
आपने सही लिखा...
जवाब देंहटाएं