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सोमवार, 8 अगस्त 2022

पूछ रहे क्या हाल-चाल है 
तुम्ही भी समझ लो कैसे होगे,
 भैया ये तो अस्पताल है 
 
श्वेत पर्दों से घिरा आईसीयू,
 अब लगने लगा कश्मीर है 
 कद्दू की सब्जी के टुकड़े ,
 लगते मटर पनीर हैं 
कभी रायता जो मिल जाता
तो वो लगता खीर है 
 केरल की सेवाभावी नर्सें
  कर रही देखभाल है 
  भैया यह तो अस्पताल है 
  
  बीमारी में सभी डॉक्टर 
  को मिल गई खुली छूट 
  सबका बस एक लक्ष्य है 
  जितना लूट सके तू लूट 
  जब तक के बीमार का 
  पूरा घर ना जाए टूट
  आदमी आता बीमार है 
  लौटता ता कंगाल है 
  भैया यह तो अस्पताल है

घोटू 

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