शांति की अपील
इधर-उधर और दाएं बाएं
देख रही हो होती घटनाएं
रूस और यूक्रेन लड़ रहे
एक दूजे पर दोष मढ़ रहे
चीन युद्ध अभ्यास कर रहा
ताइवान की ओर बढ़ रहा
पाकिस्तानी आतंकवादी
घुसते भारत में उन्मादी
अमेरिका सबको उकसाता
दे हथियार,युद्ध भड़काता
ऐसा कुछ माहौल बना है
परेशान हर एक जना है
तुम छोटी बातों को लेकर
मुझसे लड़ती रहती दिनभर
यह मत देखो, यह मत बोलो
मेरे आगे मुंह मत खोलो
आंख मूंदकर मेरी मानो
अमेरिका सा मुझको जानो
अश्रु गैस से मुझे डराती
बैलन का हथियार चलाती
बात-बात पर रुठा रूठी
रोज शिकायत झूठी झूठी
विश्वयुद्ध का है छाया
तुमने है गृह युद्ध मचाया
मैं हथियार डालता डर में
कायम शांति रहे इस घर में
तुम भी कुछ परिवर्तन लाओ
देवी, शांतिदूत बन जाओ
मदन मोहन बाहेती घोटू
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