उमर इसमें क्या करेगी
साथ अपनी कबूतरनी को लिए करना गुटरगूं ,
अरे ये है हक़ हमारा,उमर इसमें क्या करेगी
पंख फैला ,आसमां में,रोज खाना कलाबाज़ी ,
अरे ये है 'लक 'हमारा ,उमर इसमें क्या करेगी
मन मसोसे देखते रहना और जल कर ख़ाक होना ,
ये निकम्मापन है उनका,उमर इसमें क्या करेगी
मिली जितनी जिंदगी है,करो तुम एन्जॉय खुल कर,
व्यर्थ है दिल को जलाना ,उमर इसमें क्या करेगी
कोई घर की रोटी खाये ,कोई मंगवाता है पिज़ा,
सभी का अपना तरीका ,उमर इसमें क्या करेगी
कोई की पत्नी पुरानी,पड़ोसन पर कोई रीझा ,
लगे घर का माल फीका ,उमर इसमें क्या करेगी
आदतें जो पालते हम ,है शुरू से ,ना बदलती,
रहा करती मरने तक है ,उमर इसमें क्या करेगी
हसीनो की ताकाझांकी ,का अलग ही लुफ्त होता ,
छूटती ये नहीं लत है,उमर इसमें क्या करेगी
अगर घंटी नहीं बजती,फोन साइलेंट मोड़ पर है,
बेटरी या हुई डाउन ,उमर इसमें क्या करेगी
उसको फिर रिचार्ज करवाने,का समय अब आगया है
नया मॉडल या पुराना ,उमर इसमें क्या करेगी
मदन मोहन बाहेती'घोटू'