ओ भैया मेरे लाडले
तू जिए हजारों साल, ओ भैया मेरे लाडले तेरा जीवन हो खुशहाल , ओ भैया मेरे लाडले
एक मां की संताने हैं हम
संग गुजारा,हमने बचपन
एक मिट्टी में हम तुम खेले
वो दिन भी थे,क्या अलबेले
कभी दोस्ती, कभी लड़ाई
मिलजुल हमने करी पढ़ाई
तुम चले गए कालेज और हम ससुराल चले
तू जिये हजारों साल ,ओ भैया मेरे लाडले
भाई बहन के प्यार का रिश्ता
सारी उमर तलक हैं निभता
हर एक बरस जब आता सावन
बंधता है रक्षा का बंधन
भाई की कलाई पर बहना
बांधती है राखी का गहना
और बरसती है प्यार, ओ भैया मेरे लाडले तू जिये हजारों साल , ओ भैया मेरे लाडले
मदन मोहन बाहेती घोटू
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