एक सन्देश-

यह ब्लॉग समर्पित है साहित्य की अनुपम विधा "पद्य" को |
पद्य रस की रचनाओ का इस ब्लॉग में स्वागत है | साथ ही इस ब्लॉग में दुसरे रचनाकारों के ब्लॉग से भी रचनाएँ उनकी अनुमति से लेकर यहाँ प्रकाशित की जाएँगी |

सदस्यता को इच्छुक मित्र यहाँ संपर्क करें या फिर इस ब्लॉग में प्रकाशित करवाने हेतु मेल करें:-
kavyasansaar@gmail.com
pradip_kumar110@yahoo.com

इस ब्लॉग से जुड़े

सोमवार, 30 अक्टूबर 2023

तुमको हमारी उम्र लग जाए 

मेरी पत्नी हर साल करवा चौथ का व्रत करती है 
मुझसे प्यार करने का दम भरती है 
दिन भर भूखी प्यासी रहकर 
प्रार्थना करती है कि हे ईश्वर 
मेरा सुहाग रहे अजर अमर 
उसको लग जाए मेरी उमर 

भगवान ने उसकी सुन ली है,
उसके भाग्य जग गए हैं 
उसकी उम्र के दस साल 
मुझे लग गए हैं 

मैं अपनी उम्र से बड़ा दिखता 
हूं दस साल
और वह अपनी उम्र से छोटी दिखती है दस साल 
ये है करवा चौथ व्रत का कमाल
क्योंकि शादी के समय मेरी उम्र थी पच्चीस 
उसकी उम्र थी बीस
और शादी के बीस साल बाद ,
उम्र के मामले में ,
मैं उसके सामने नहीं टिकता हूं 
वह खुद को तीस साल का बताती है 
और मैं पचपन का दिखता हूं 

मदन मोहन बाहेती घोटू 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

कृपया अपने बहुमूल्य टिप्पणी के माध्यम से उत्साहवर्धन एवं मार्गदर्शन करें ।
"काव्य का संसार" की ओर से अग्रिम धन्यवाद ।

हलचल अन्य ब्लोगों से 1-