आई दिवाली रे
दीप चमकते ,जगमग जगमग
हर घर चमके ,जगमग जगमग
सबके चेहरा है, जगमग जगमग
साथ खुशियां मनाये परिवार रे
आया दीपावली त्योहार रे
हर दीपक में भरा प्रेम रस
बाती ज्योतिर्मय करती जग
पूनम सी हो गई अमावस
दूर हुआ अंधकार रे
आया दीपावली त्यौहार रे
चौदह वर्षों वन में रहकर
आज अयोध्या आए रघुवर
दीप जलाए ,सबने घर-घर
करने प्रभु जी का सत्कार रे
आया दीपावली त्यौहार रे
श्री लक्ष्मी गणेश का पूजन
बड़े प्यार से करता हर जन
घर-घर बनते छप्पन व्यंजन
सब लोग लुटाते प्यार रे
आया दीपावली त्यौहार रे
मदन मोहन बाहेती घोटू
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