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शनिवार, 28 जनवरी 2017

ऑन लाइन 

आजकल तो ऑनलाइन सभी चीजें मिल रही है 
लाइनों में खड़े होने का चलन फिर भी वही है 
बैंक,एटीएम में और सिनेमा में है  कतारें 
टिकिट तो है ऑनलाइन ,बैठने में पर कतारे 
और उनके आशिकों की ,लम्बी लाइन लग रही है 
आजकल तो ऑन लाइन सभी चीजे मिल रही है    
चाहिए दूल्हा या दुल्हन,गए पण्डित,गए नाइ 
कंप्यूटर की कई  साइट पर मिला करते जमाई 
बॉयोडाटा चेक करके ,बात आगे बढ़ रही है 
आजकल तो ऑनलाइन  सभी चीजे मिल रही है 
नहीं सौदा लाना पड़ता ,लाला की दूकान पर से 
मंगा सकते सभी  चीजें ,फोन पर एक ऑर्डर से 
घर पे पहुंचा दिया करते,बेचनेवाले कई है 
आजकल तो ऑनलाइन  कई चीजें मिल रही है 
वीडियो की कॉन्फ्रेसिंग ,काम निपटाती कई है 
मीटिंगों में भागने की ,अब तुम्हे जरूरत नहीं है 
ऑफिस में बैठे ही सारी  जानकारी मिल रही है 
तुम किसी से चेट  करलो,तुम किसी से डेट करलो 
फोन से खाना मंगा कर आप अपना पेट भरलो 
होटलों  में ,भटकने की ,अब तुम्हे जरूरत नहीं है 
आजकल तो ऑनलाइन  ,सभी चीजें मिल रही है 
पुराने से भी पुराना ,मन लुभाता गीत सुन लो 
सीख लो खाना बनाना ,रेसिपी कोई भी चुनलो 
फोन पर ऊँगली घुमाने की अब आदत बढ़ रही है 
आजकल तो ऑनलाइन सभी चीजें  मिल रही है 
दोस्तों गूगल नहीं है ,ज्ञान का भंडार है ये 
रास्ते सारे दिखाता ,करता बेड़ा पर है ये 
गागर में सागर की उक्ति ,उसी के खातिर कही है 
आजकल तो ऑनलाइन सभी चीजें मिल रही है 
वाई फाई ने बनादी ,हाई फाई जिंदगी है 
एप से भुगतान करदो , पर्स की जरूरत नहीं है 
नौकरी से छोकरी तक ,बताओ क्या क्या नहीं है 
आजकल तो ऑनलाइन सभी चीजें मिल रही है 
माँ की ममता ,भावनाएं,ऑनलाइन नहीं मिलती 
खुशबुओं से भरी कलियाँ ,ऑनलाइन नहीं खिलती 
ऑनलाइन सुविधाएं ,हमें निष्क्रिय कर रही है 
आजकल तो ऑनलाइन सभी चीजें मिल रही है 

मदनमोहन बाहेती 'घोटू'

1 टिप्पणी:

  1. आपकी रचना बहुत सुन्दर है। हम चाहते हैं की आपकी इस पोस्ट को ओर भी लोग पढे । इसलिए आपकी पोस्ट को "पाँच लिंको का आनंद पर लिंक कर रहे है आप भी कल रविवार 29 जनवरी 2017 को ब्लाग पर जरूर पधारे ।

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