राहुल बाबा का चिंतन
मम्मी ने ये बोला था तू पी एम बनेगा,
सब सर झुका के रहेंगे तेरे हुज़ूर में
किस्मत ने मगर खेल कुछ दिखलाया इस तरह,
टपका जो आसमान से ,लटका खजूर में
जब तक छपरपलंग था ,बंदा मलंग था,
लेकिन गए है इस कदर ,हालात अब बदल
करवट को बदलने की भी अब तो जगह नहीं,
स्लीपर की साइड बर्थ है ,सोने को आजकल
बेहतर विदेश जाऊं मैं ,चिंतन के नाम पर ,
मेरे उबलते खून को ठंडक तो मिलेगी
मम्मा ,मुझे कांग्रेस का अध्यक्ष बनादो,
आहत मेरे इस दिल को कुछ राहत तो मिलेगी
घोंटू
मम्मी ने ये बोला था तू पी एम बनेगा,
सब सर झुका के रहेंगे तेरे हुज़ूर में
किस्मत ने मगर खेल कुछ दिखलाया इस तरह,
टपका जो आसमान से ,लटका खजूर में
जब तक छपरपलंग था ,बंदा मलंग था,
लेकिन गए है इस कदर ,हालात अब बदल
करवट को बदलने की भी अब तो जगह नहीं,
स्लीपर की साइड बर्थ है ,सोने को आजकल
बेहतर विदेश जाऊं मैं ,चिंतन के नाम पर ,
मेरे उबलते खून को ठंडक तो मिलेगी
मम्मा ,मुझे कांग्रेस का अध्यक्ष बनादो,
आहत मेरे इस दिल को कुछ राहत तो मिलेगी
घोंटू
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