शिकायत
बड़ी बड़ी दावतों में जाना
और जम कर पीना,खाना
तरह तरह के पकवानों का,
लेते लेते स्वाद
आदमी इतना डट कर खा लेता है,
कि खाने पीने के बाद
डकारें लेता है,पेट सहलाता है
घर आते ही बिस्तर पर,
गिरता ,सो जाता है
ये सच है,दावत खाने के बाद,
आदमी किसी भी काम का नहीं रह जाता है
मदन मोहन बहेती'घोटू'
मिलन
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मिलन जो ख़ुशबू बन साथ चला है उस से ही हर ख़्वाब पला है जीवन का जो सार दे
रहा वही मधुर आधार दे रहा सीधा-सच्चा जिसका पथ है मिट जाती हर इक आपद है सारे
शब्द दू...
4 मिनट पहले