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सोमवार, 30 जनवरी 2017

घोटूजी का टेक्स प्रपोजल

घोटूजी के टेक्स के ये कुछ प्रपोजल है किये
टेक्स फ्री हो सपने सारे ,जितने चाहे,देखिये
टेक्स फ्री हो दोस्ती  पर दुश्मनी पर टेक्स हो
छूट नेकी पर मिले ,लेकिन बदी  पर टेक्स हो
टेक्स आंसू पर लगाओ तो फिर होगा हाल ये
बहने  ना देंगे ,बचा कर, सब रखेंगे  माल  ये
टेक्स गुस्से पर लगाओ,झगड़े की जड़ है यही
दबाया जो ,लोगों ने तो ,मुश्किलें  होगी  नहीं 
टेक्स फ्री कर दो हंसी को ,मुस्कराना भी  फ्री
फ्री दिल का लेना देना ,दिल लगाना भी फ्री 
रूठने पर टेक्स हो  पर मनाने पर छूट हो
साल में दो बार मइके जाने पर भी छूट हो
पत्नीकी फरमाइशों को ,कोई  जब पूरा करे
इसके पहले जरूरी है,साठ प्रतिशत कर भरे
फायदा  ये  ,पत्नी की फरमाइशें घट जायेगी
रोज की किचकिच  कलह फिर घरों से हट जायेगी
टेक्स फ्री बदसूरती हो ,टेक्स ब्यूटीफुल   भरे
औरतें खुद  इसके खातिर ,अपना आलंकन करे
नाज़ और नखरों पे भी ,थोड़ा नियंत्रण चाहिए
बीस प्रतिशत कम से कम ,सरचार्ज लगना चाहिए 
कौन ज्यादा टेक्स दे ,यह कॉम्पिटिशन बढ़ेगा
फिर तो सरकारी खजाना ,चुटकियों में भरेगा

मदनमोहन बाहेती'घोटू'

शनिवार, 28 जनवरी 2017

ऑन लाइन 

आजकल तो ऑनलाइन सभी चीजें मिल रही है 
लाइनों में खड़े होने का चलन फिर भी वही है 
बैंक,एटीएम में और सिनेमा में है  कतारें 
टिकिट तो है ऑनलाइन ,बैठने में पर कतारे 
और उनके आशिकों की ,लम्बी लाइन लग रही है 
आजकल तो ऑन लाइन सभी चीजे मिल रही है    
चाहिए दूल्हा या दुल्हन,गए पण्डित,गए नाइ 
कंप्यूटर की कई  साइट पर मिला करते जमाई 
बॉयोडाटा चेक करके ,बात आगे बढ़ रही है 
आजकल तो ऑनलाइन  सभी चीजे मिल रही है 
नहीं सौदा लाना पड़ता ,लाला की दूकान पर से 
मंगा सकते सभी  चीजें ,फोन पर एक ऑर्डर से 
घर पे पहुंचा दिया करते,बेचनेवाले कई है 
आजकल तो ऑनलाइन  कई चीजें मिल रही है 
वीडियो की कॉन्फ्रेसिंग ,काम निपटाती कई है 
मीटिंगों में भागने की ,अब तुम्हे जरूरत नहीं है 
ऑफिस में बैठे ही सारी  जानकारी मिल रही है 
तुम किसी से चेट  करलो,तुम किसी से डेट करलो 
फोन से खाना मंगा कर आप अपना पेट भरलो 
होटलों  में ,भटकने की ,अब तुम्हे जरूरत नहीं है 
आजकल तो ऑनलाइन  ,सभी चीजें मिल रही है 
पुराने से भी पुराना ,मन लुभाता गीत सुन लो 
सीख लो खाना बनाना ,रेसिपी कोई भी चुनलो 
फोन पर ऊँगली घुमाने की अब आदत बढ़ रही है 
आजकल तो ऑनलाइन सभी चीजें  मिल रही है 
दोस्तों गूगल नहीं है ,ज्ञान का भंडार है ये 
रास्ते सारे दिखाता ,करता बेड़ा पर है ये 
गागर में सागर की उक्ति ,उसी के खातिर कही है 
आजकल तो ऑनलाइन सभी चीजें मिल रही है 
वाई फाई ने बनादी ,हाई फाई जिंदगी है 
एप से भुगतान करदो , पर्स की जरूरत नहीं है 
नौकरी से छोकरी तक ,बताओ क्या क्या नहीं है 
आजकल तो ऑनलाइन सभी चीजें मिल रही है 
माँ की ममता ,भावनाएं,ऑनलाइन नहीं मिलती 
खुशबुओं से भरी कलियाँ ,ऑनलाइन नहीं खिलती 
ऑनलाइन सुविधाएं ,हमें निष्क्रिय कर रही है 
आजकल तो ऑनलाइन सभी चीजें मिल रही है 

मदनमोहन बाहेती 'घोटू'
 जिंदगी का चलन 

आदमी कमजोरियों  का  दास  है 
जब तलक है सांस ,तब तक आस है 
ये तो तुम पर है की काटो किस तरह,
जिदगी के  चारों  दिन ही ख़ास है 
हम तो दिल पर लगा बैठे दिल्लगी 
उनको अब जाकर हुआ अहसास है 
बाल बांका कोई कर सकता नहीं ,
अगर खुद और खुदा में  विश्वास है 
उमर भर तुम ढूँढा करते हो  जिसे,
मिलता  वो, बैठा  तुम्हारे  पास  है 
बहुत ज्यादा ख़ुशी भी मिल जाए तो,
हर किसी को नहीं आती रास  है 
मुरादें मनचाही सब मिल जायेगी ,
कर्म में तुमको अगर विश्वास  है 
आया जो दुनिया में एक दिन जाएगा ,
फिर भी तुमको ,मौत का क्यों त्रास है 
स्वर्ग भी है और यहीं पर नर्क है ,
और बाकी  सभी कुछ बकवास है 

घोटू 
तजुर्बा 

मुँह बिचका दिया ध्या नहीं हमपे जरा सा,
         बस देख कर के रंग उजला मेरे बाल  का 
एक बार आजमा के अगर देख जो लेते,
          लग जाता पता ,भाव तुम्हे आटे  दाल का 
मेरी तुम्हारी उम्र में अंको का उलट फेर ,
         छत्तीस तुम ,मैं तिरेसठ ,अंतर  कमाल का 
इतने बरस तक ,खूब खाये खेले  हुए हम,
         हमको बहुत तजुर्बा है ,डीयर धमाल  का 

घोटू 
हो गयी ऐसी की तैसी मेरी खुमारी की 

गुजारा वक़्त मैने ,तेरा जाम ले लेकर 
जिया था लम्हा लम्हा ,तेरा नाम ले लेकर 
आपने हद ही करवा दी इंतजारी  की 
हो गयी ऐसी की तैसी मेरी खुमारी की 
बड़ा बेचैन ,बेकरार प्यार था  मेरा 
कई दिनों से कुछ ,तुम पर उधार था मेरा 
आज तारीख तय थी,चुकाने ,उधारी की 
हो गयी ऐसी की तैसी मेरी खुमारी की 
हमारे दिल को तरसा ,कब तलक यूं तोड़ोगे 
यूं ही तड़फाने का ,अंदाज कब ये छोड़ोगे 
क्या यही ,रस्म हुआ करती ,यार,यारी की 
हो गयी ,ऐसी की तैसी मेरी खुमारी की 
अब चले आओ कि तुम बिन नहीं जिया जाता 
अपने दीवाने पर, यूं ,जुल्म ना किया जाता  
आपसे दिल लगाया ,हमने भूल भारी की 
हो गयी,ऐसी की तैसी मेरी खुमारी की 

घोटू 

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