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गुरुवार, 30 जुलाई 2015

ईश्वर की मेहरबानी

     ईश्वर की मेहरबानी

चलाया ए.सी.तो कमरा ,एक  ही ठंडा हुआ,
                    चलाई तूने हवा,ठंडक भी आयी साथ में
नलों में पानी नहीं था ,हर तरफ सूखा पड़ा,
                     लगे बहने नदी नाले ,एक ही बरसात में
बल्ब बिजली के कई ,जल एक घर रोशन करे,
                    तेरा एक सूरज उजाला ,करता कायनात में
लाख कोशिश करले इन्सां ,तेरे आगे कुछ नहीं ,
                      बात ही कुछ और है ,ईश्वर तेरी हर बात में

घोटू

चाय और बिस्किट

             चाय और बिस्किट

रिश्ता मेरा तुम्हारा ,बिस्किट और चाय का है
चाय के  साथ  बिस्किट     ,देते बड़ा मज़ा  है
तुम चाय सी गुलाबी ,बिस्किट मैं  कुरकुरा हूँ
तुम गर्म गर्म मीठी ,   मैं  स्वाद से भरा  हूँ
अलबेली,नित नवेली तुम हो,न  मैं भी कम हूँ
तुम्हारा प्यार  रस  पी,  होता नरम नरम हूँ
आता है स्वाद दूना ,  जब होता ये मिलन है
चाय के साथ बिस्किट ,सबका लुभाते मन है
ये दोस्ती हमारी  ,कायम  सदा सदा  है
चाय के साथ बिस्किट ,देते बड़ा मज़ा है

घोटू

चाय और बिस्किट

             चाय और बिस्किट

रिश्ता मेरा तुम्हारा ,बिस्किट और चाय का है
चाय के  साथ  बिस्किट     ,देते बड़ा मज़ा  है
तुम चाय सी गुलाबी ,बिस्किट मैं  कुरकुरा हूँ
तुम गर्म गर्म मीठी ,   मैं  स्वाद से भरा  हूँ
अलबेली,नित नवेली तुम हो,न  मैं भी कम हूँ
तुम्हारा प्यार  रस  पी,  होता नरम नरम हूँ
आता है स्वाद दूना ,  जब होता ये मिलन है
चाय के साथ बिस्किट ,सबका लुभाते मन है
ये दोस्ती हमारी  ,कायम  सदा सदा  है
चाय के साथ बिस्किट ,देते बड़ा मज़ा है

घोटू

लम्हों ने खता की थी

        लम्हों ने खता की थी

पहले मैं सोचता था,कि 'एकला चालो रे '
                  जीवन का सफर तन्हा ,लगने लगा दुखदायी
शादी के लेने फेरे ,कुछ लम्हे ही लगे थे ,
                   लम्हों ने खता की थी,सदियों ने सज़ा  पायी
जैसे ही सर मुंडाया ,ओले लगे बरसने ,
                    घर के न घाट के अब , हालत है ये बनायी
ना तो रहे इधर के ,ना ही रहे उधर के ,
                    ना चैन ही मिला और ना शांति ही मिल पायी

घोटू    

बच्चा-बच्चा तुम्हें याद करता रहे...


जब जुड़े विज्ञान से तो
अग्नि मिसाइल बना डाली,
जब बच्चों को पढ़ाने चले तो
जोड़ दिये कई नये अध्याय...
जब जुड़े देश की सेवा से तो
कायम कर दीं कई नई मिसालें,
बन बैठे जनता के राष्ट्र्पति
और आपसे सम्मानित होने लगे
देश के सारे के सारे सम्मान...
बहुत खूबसूरत नहीं थे तो क्या
खूबियां इतनी पैदा की कि
खूबसूरती खुद तरसा करे
आपके करीब आने के लिये,
व्यवहार इतना सीधा और सरल
कि बचपना देखे सपने
आप जैसा बन पाने के लिये...
सच में आप थे हैं और रहेंगे
एक ऐसे खूबसूरत कलाम
जिसको गर्व से गुनगुना रहा है
और गुनगुनाता रहेगा पूरा देश
आपको दिल से करते हुए सलाम...
आपकी शान में एक शेर कि -

एक ऐसी कहानी से तुम बन गये
बच्चा-बच्चा तुम्हें याद करता रहे

हार्दिक नमन एवं श्रद्धांजलि के साथ

- विशाल चर्चित

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