घोटू के सवैये-रसखान का अंदाज
1
काँपे क्लर्क और चपरासी,बाबू, और अफसर घबराये
व्यापारी,सप्लायर ,ठेकेदार ,रोज ही शीश नमाये
जा की एक डांट से थर थर ,काँपे लोग,सहम सब जाये
ताहे ससुर की छोहरिया ,अपनी उंगली पर नाच नचाये
2
माल में ढून्ढयो,बजारन , गलियन ,बाग़ बगीचे सब बिचरायन
कालिज को ले नाम गयो पर पहुँचो न ,प्रिंसिपल बतलायन
ढूँढत ढूँढत हार गयो ,'घोटू' बतलायो न ,लोग, लुगायन
देख्यो दुरयो वह पीज़ा हट में,गर्ल फ्रेंड संग मौज उडायन
मदन मोहन बाहेती'घोटू'
जिंदगी इक सफर है सुहाना
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खरगोन इंदौर के रास्ते में कुछ न कुछ ऐसा दिखता या होता ही है जो कभी मजेदार
विचारणीय तो कभी हास्यापद होता है लेकिन एक ही ट्रिप में तीन चार ऐसी घटनाएँ
कम...
13 घंटे पहले