पते की बात
भगवत उचाव
तू वही करता है जो तू चाहता
मगर होता वही जो मै चाहता
तू वही कर ,जो की मै हूँ चाहता
फिर वही होगा जो है तू चाहता
घोटू
पतंजलि कैवल्य पाद सूत्र 25
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पतंजलि योगसूत्र कैवल्य पाद सूत्र : 25
समाधि में उतरे योगी की स्थिति
सूत्र में डूबने से पहले निम्न बातों को देख लेते हैं …
सांख्य दर्शन और पतंजलि योग ...
11 घंटे पहले