मोदी ही मोदी
1
न रुदबा बचा है , न कुर्सी ,कमीशन,
परेशान है सारे नेता विरोधी
सत्ता में आया है जब से ये मोदी,
उसने तो उनकी है लुटिया डुबो दी
पड़े लाले, घोटाले वालों के सारे ,
आये हाशिए पर ,है पहचान खो दी
इधर देखो मोदी, उधर देखो मोदी
देश और विदेशों में मोदी ही मोदी
2
गरीबों को छत दीऔर भूखों को राशन
घर घर में बिजली, किये काम अनगिन
बिछा जाल सुंदर सुहानी सड़क का ,
पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण
हरे क्षेत्र में बढ़ रहे हम हैं आगे ,
तरक्की मेरा देश करता दिनों दिन
विदेशों में भारत का डंका बजा है ,
अगर जो है मोदी, सभी कुछ मुमकिन
मदन मोहन बाहेती घोटू
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