हमेशा मुस्कराएं हम
1
न कोई मेरा दुश्मन है, नहीं कोई विरोधी है
फसल ऐसी मोहब्बत की,सभी के दिल में बो दी है
कोई ने फेंका पत्थर तो, मैंने उत्तर में फल बांटे,
भलाई करने वालों की, हमेशा जीत होती है
2
कभी हम तुममें झगड़ा था चलो अब भूल जाएं हम
मिलाएं हाथ हाथों से और दिल से दिल मिलाएं हम
बड़ी रंगीन और सुंदर लगेगी तुमको यह दुनिया,
जहां बस प्यार ही हो प्यार ,हरदम मुस्कुराए हम
मदन मोहन बाहेती घोटू
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