क्या से क्या हो गई
मैं मोटी थुलथुल हो गई,
पिया तेरे प्यार के चक्कर में
मेरी सारी ब्यूटी खो गई,
पिया तेरे प्यार के चक्कर में
दुबली पतली कनक छड़ी थी,
सुंदर प्यारी प्यारी
कमसिन थी ,फूलों सी नाजुक,
जब तक थी मैं कुंवारी
लेकिन ऐसा तूने खिलाया
मुझे प्यार का लड्डू
दुबली पतली नरम तरोई ,
आज बन गई कद्दू
मेरी रौनक सब गुल हो गई
पिया तेरे प्यार के चक्कर में
मैं मोटी थुलथुल हो गई
पिया तेरे प्यार के चक्कर में
छत्तीस चोबीस छत्तीस का था,
मेरा फिगर प्यारा
उसको तूने यार प्यार से
फोर XL कर डाला
बड़े चाव से पिज़्ज़ा बर्गर
हलवा पूरी खिलाया
ऐसा ऐश आराम दिया कि
गई फूलती काया
मेरी टंकी अब फुल हो गई
पिया तेरे प्यार के चक्कर में
मैं मोटी थुलथुल हो गई
पिया तेरे प्यार के चक्कर में
मैं चंचल थी, बड़ी चपल थी
दौड़ लगाती हिरणी
लेकिन पा आहार प्यार का
आज बन गई हथिनी
दो बच्चों की अम्मा बनकर
बनी गृहस्थन ऐसी
मेरे सारे अरमानों की
हो गई ऐसी तैसी
मेरी सारी चुलबुल खो गई
पिया तेरे प्यार के चक्कर में
मैं मोटी थुलथुल हो गई
पिया तेरे प्यार के चक्कर में
मदन मोहन बाहेती घोटू