चाँद और अमावास
भोलाभाला ,शांत,शीतल, और बन्दा नेक मै
करते सब बदनाम मुझको ,कि बड़ा दिलफेंक मै
पर बड़ा ही शर्मीला हूँ,और घबराता बहुत,
बादलों में जाता हूँ छुप, हसीनो को देख मै
चमचमाती तारिकाओं से घिरा मै रात भर ,
सभी मेरा साथ चाहें,और बन्दा एक मै
अमावस को थके हारे ,चंद्रमा ने ये कहा ,
महीने भर में ,एक दिन का,चाहता हूँ ,ब्रेक मै
घोटू
तम की कारा में दुख झेला
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तम की कारा में दुख झेला तम की कारा में दुख झेला राजस मुक्ति पथ दिखलाता, सत
ने सत्य को दिया आश्रय लेकिन क्रम पुन: तम का आया !एक चक्र में घूम रहे
जन बार-बा...
8 घंटे पहले