बसंत पंचमी और सरस्वती पूजा दिवस पर
सभी साहित्य प्रेमियों को घोटू की शुभकामनायें
माँ सरस्वती आपके सृजन को पुष्पित और पल्लवित करे
इसी शुभकामना के साथ सरस्वती वंदना के दो छंद
सरस्वती वंदना
---------------------
वीनापाणी, तुम्हारी वीणा ,मुझको स्वर दे
नव जीवन ,उत्साह नया माँ मुझ में भर दे
पथ सुनसान ,भटकता सा राही हूँ मै,
ज्योति तुम्हारी निर्गम पथ ,ज्योतिर्मय करदे
२
मात,मेरी प्रेरणा बन,प्रेम दो ,नव ज्योति दो ,
मै तुम्हारा स्वर बनू,हँसता रहूँ ,गाता रहूँ
प्यार दो ,झंकार दो ,ओ देवी स्वर की सुरसरी
तान दो ,हर बार मै ,हर लय नयी ,लाता रहूँ
मदन मोहन बाहेती 'घोटू'
सभी साहित्य प्रेमियों को घोटू की शुभकामनायें
माँ सरस्वती आपके सृजन को पुष्पित और पल्लवित करे
इसी शुभकामना के साथ सरस्वती वंदना के दो छंद
सरस्वती वंदना
---------------------
वीनापाणी, तुम्हारी वीणा ,मुझको स्वर दे
नव जीवन ,उत्साह नया माँ मुझ में भर दे
पथ सुनसान ,भटकता सा राही हूँ मै,
ज्योति तुम्हारी निर्गम पथ ,ज्योतिर्मय करदे
२
मात,मेरी प्रेरणा बन,प्रेम दो ,नव ज्योति दो ,
मै तुम्हारा स्वर बनू,हँसता रहूँ ,गाता रहूँ
प्यार दो ,झंकार दो ,ओ देवी स्वर की सुरसरी
तान दो ,हर बार मै ,हर लय नयी ,लाता रहूँ
मदन मोहन बाहेती 'घोटू'