साफ़ करो दिल दीवाली में
नफरत की जो कंगाली है ,उसे बदल दो खुशहाली में
घर तो सभी साफ़ करते तुम,साफ़ करो दिल दीवाली में
अगर किसी के लिए बैर का ,मन में कचरा भरा हुआ है
अगर किसी से नाराजी है ,दिल का रिश्ता मरा हुआ है
तो लो प्रेमभाव की झाड़ू , और बुराइयाँ सभी बुहारो
अपने मन को निर्मल कर दो,क्षमा भाव से उसे संवारो
मुस्कानो के फूल बिखेरो , मुंह गंदा न करो गाली में
घर तो सभी साफ़ करते तुम,साफ़ करो दिल दीवाली में
स्नेहभाव की अगर सफेदी ,पोतोगे ,मन चमक जाएगा
दिवाली पर ,दीप प्यार का ,रोशन करना ,झिमिलायेगा
मित्रभाव के खील पताशे ,चढ़ा लक्ष्मी पूजन करना
मीठी बोली भरी चाशनी ,का प्रशाद भी अर्पण करना
लक्ष्मी माँ ,सुख के सिक्कों की ,वर्षा कर देगी थाली में
घर तो सभी साफ़ करते तुम साफ़ करो दिल दीवाली में
मदन मोहन बाहेती 'घोटू '
नफरत की जो कंगाली है ,उसे बदल दो खुशहाली में
घर तो सभी साफ़ करते तुम,साफ़ करो दिल दीवाली में
अगर किसी के लिए बैर का ,मन में कचरा भरा हुआ है
अगर किसी से नाराजी है ,दिल का रिश्ता मरा हुआ है
तो लो प्रेमभाव की झाड़ू , और बुराइयाँ सभी बुहारो
अपने मन को निर्मल कर दो,क्षमा भाव से उसे संवारो
मुस्कानो के फूल बिखेरो , मुंह गंदा न करो गाली में
घर तो सभी साफ़ करते तुम,साफ़ करो दिल दीवाली में
स्नेहभाव की अगर सफेदी ,पोतोगे ,मन चमक जाएगा
दिवाली पर ,दीप प्यार का ,रोशन करना ,झिमिलायेगा
मित्रभाव के खील पताशे ,चढ़ा लक्ष्मी पूजन करना
मीठी बोली भरी चाशनी ,का प्रशाद भी अर्पण करना
लक्ष्मी माँ ,सुख के सिक्कों की ,वर्षा कर देगी थाली में
घर तो सभी साफ़ करते तुम साफ़ करो दिल दीवाली में
मदन मोहन बाहेती 'घोटू '
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