शिकायत
बड़ी बड़ी दावतों में जाना
और जम कर पीना,खाना
तरह तरह के पकवानों का,
लेते लेते स्वाद
आदमी इतना डट कर खा लेता है,
कि खाने पीने के बाद
डकारें लेता है,पेट सहलाता है
घर आते ही बिस्तर पर,
गिरता ,सो जाता है
ये सच है,दावत खाने के बाद,
आदमी किसी भी काम का नहीं रह जाता है
मदन मोहन बहेती'घोटू'
1417-भक्ति की महिमा
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*विजय जोशी*
*- जब भक्ति भोजन में प्रवेश करती है**,*
*भोजन प्रसाद बन जाता है।*
*- जब भक्ति भूख में प्रवेश करती है**,*
*भूख तेज़ हो जाती है**,*
*- जब...
1 घंटे पहले