पति परमेश्वर
बचपन से ही,बार बार
हम में भर दिए जाते है ये संस्कार
सच्चे मन से,
आराधन से और पूजन से ,
जो भी भगवान को प्रसन्न करता है
परमेश्वर ,उसे वर देता है
और उसकी हर इच्छा को पूरी करता है
तो बस एक बार परमेश्वर को पटा लो
और फिर ,जो चाहो ,काम करा लो
इसी शिक्षा से अभिभूत होकर ,
औरतें वर पाती है
पति को परमेश्वर कहती है
और अपना हर काम कराती रहती है
घोटू
बचपन से ही,बार बार
हम में भर दिए जाते है ये संस्कार
सच्चे मन से,
आराधन से और पूजन से ,
जो भी भगवान को प्रसन्न करता है
परमेश्वर ,उसे वर देता है
और उसकी हर इच्छा को पूरी करता है
तो बस एक बार परमेश्वर को पटा लो
और फिर ,जो चाहो ,काम करा लो
इसी शिक्षा से अभिभूत होकर ,
औरतें वर पाती है
पति को परमेश्वर कहती है
और अपना हर काम कराती रहती है
घोटू