पते की बात
मानसिकता
तुम्हे नीचे खींचने की ,कोई गर कोशिश करे ,
करो खुद पर गर्व मन में ,बिना कोई से डरे
उनसे तुम ऊपर बहुत है ,बात ये तय मानलो
और उनकी मानसिकता ,गिरी है ये जान लो
घोटू
गोपी पनघट-पनघट खोजे
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गोपी पनघट-पनघट खोजेसुंदरता की खान छिपी है प्रेम भरा कण-कण में जग के , छोटा
सा इक कीट चमकता रोशन होता सागर तल में !बलशाली का नर्तन अनुपम भीषण पर्वत,
गहरी खा...
14 घंटे पहले
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