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बुधवार, 30 जून 2021
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एक बेटी की फ़रियाद -माँ से तेरी कोख में माँ ,पली और बढ़ी मैं पकड़ तेरी ऊँगली,चली, हो खड़ी मैं तेरे दिल का टुकड़ा हूँ ,मैं तेरी जायी नहीं होती बे...
मंगलवार, 29 जून 2021
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आम आदमी मैं आदमी आम हूं अनमना हू बजाते हैं सब ही मैं वो झुनझुना हूं आश्वासनो के लिए ही बना हूं बहुत ही परेशां, दुखों से सना हूं मैं...
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एक फूल की जीवन यात्रा केश की शोभा बन, रूपसी बाला के , सुंदर से बालों पर सजता सजाता हूं केशव की मूरत को, फूलों की माला में, गुंथ कर मैं पूज...
1 टिप्पणी:
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बादल बरसे यह मन तरसे काले काले मेघ घिरें है, रिमझिम पानी बरस रहा गरम चाय के साथ पकोड़े ,खाने को मन तरस रहा बारिश की बूंदों से भीगी, धरत...
शनिवार, 26 जून 2021
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शुक्रिया जिंदगी मुझे जिंदगी से अपनी है, ना शिकवा ना कोई गिला संतुष्टि है मुझको उससे ,जो कुछ भी है मुझे मिला एक प्यारी सुंदर पत्नी है, प्य...
7 टिप्पणियां:
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