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सोमवार, 31 दिसंबर 2012
जवानी पर,चढ़ गयी है सर्दियाँ
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जवानी पर चढ़ गयी है सर्दियां रात की ठिठुरन से बचने, भूल सब शिकवे ,गिले शाम ,डर कर,उलटे पैरों,दोपहर से जा मिले ओढ़ ले कोहरे की चादर ,धू...
1 टिप्पणी:
बुधवार, 26 दिसंबर 2012
ख्वाब क्या अपनाओगे ?
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प्रत्यक्ष को अपना न सके, ख्वाब क्या अपनाओगे; बने कपड़े भी पहन न पाये, नए कहाँ सिलवाओगे | दुनिया उटपटांगों की है, सहज कहाँ रह पावो...
9 टिप्पणियां:
मंगलवार, 25 दिसंबर 2012
कृष्ण हूँ मै
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कृष्ण हूँ मै बालपन में गोद जिसकी खूब खेला छोड़ कर उस माँ यशोदा को अकेला नन्द बाबा ,जिन्होंने गोदी खिलाया और गोपी गोप ,जिन...
2 टिप्पणियां:
कुछ तो ख्याल किया होता
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कुछ तो ख्याल किया होता जिनने जीवन भर प्यार किया , उन्हें कुछ तो प्यार दिया होता मेरा ना मेरी बुजुर्गियत , ...
आप आये
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आप आये सर्द मौसम,आप आये अकेलापन ,आप आये दुखी था बमन,आप आये बड़ी तडफन ,आप आये खिल उठा मन,आप आये हुई सिहरन,आप आये मिट गया तम,आप...
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