पृष्ठ
(यहां ले जाएं ...)
काव्य संसार (फेसबुक समूह)
काव्य संसार (फेसबुक पृष्ठ)
हिंदी
मेरा फेसबुक पृष्ठ
ब्लॉग"दीप"
चर्चा मंच
नयी पुरानी हलचल
मेरा काव्य-पिटारा
▼
विनोद भगत
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
विनोद भगत
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
शुक्रवार, 17 फ़रवरी 2012
मैं क्यों लिखता हूँ
›
मैं क्यों लिखता हूँ , सच तो यह है , कि मैं खुद भी नहीं जानता , विचारों को शब्दों में ढाल कर , कुछ कहने की कोशिश करता हूँ , मैं क...
3 टिप्पणियां:
गुरुवार, 9 फ़रवरी 2012
टुकड़े
›
टुकड़े कितने जरुरी है , रोटी का हो या जमीन का , और कडकती ठण्ड में , एक अदद धूप का टुकड़ा , जीवन की निशानी होता है , पर टुकडो में बटना किसी ...
1 टिप्पणी:
शनिवार, 4 फ़रवरी 2012
विरासतों
›
करें पुनर्निर्माण आओ , विरासतों के खँडहर का , भग्नावशेष अभी बाकी हैं , हमारी गौरवमयी परम्पराओं के , नए सिरे से सवांरें, नव ऊर्जा का संचार...
2 टिप्पणियां:
बुधवार, 1 फ़रवरी 2012
खोखले वादे
›
टूटती उमीदों के रिसते, जख्मों पर , खोखले वादों का मरहम लगाकर , मानवीय संवेदनाओं के साथ खेलना , कब तक चलेगा , निराश हताश सी मानव...
3 टिप्पणियां:
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें