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शनिवार, 30 अप्रैल 2022
नारी का श्रृंगार तो पति है
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BHRAMAR KA DARD AUR DARPAN: नारी का श्रृंगार तो पति है : नारी का श्रृंगार तो पति है पति पर जान लुटाए एक एक गुण देख सोचकर कली फूल सी खिलती जा...
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शनिवार, 3 नवंबर 2012
छोटी-सी गुड़िया
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छोटी-सी वो गुड़िया थी गुड़ियों संग खेला करती थी, खेल-कूद में, विद्यालय में सदा ही अव्वल रहती थी । भोली थी, नादान थी वो पर दिल सबका...
शनिवार, 6 अक्टूबर 2012
वो औरत
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देखा उस दिन उस घर में शादी का जश्न था; आँगन था भरा पूरा हो रहा हल्दी का रस्म था, ठहाकों कि गूंज थी हँसी मज़ाक कमाल था, शमा द...
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